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क्या आपने शैतान को देखा है?

Takuya

क्या आपने कभी शैतान को देखा है?

मैंने देखा है। नहीं, मुझे यकीन है कि आपने भी देखा होगा। शैतान वो नहीं होते जिनके सींग होते हैं और जो आग में रहते हैं। शैतान हमारे आस-पास के साधारण लोगों में छिपे होते हैं।

असल में, इंसान शांति और सुकून से जी सकते हैं। हम एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं और एक-दूसरे का सम्मान कर सकते हैं। लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं होता। क्यों? क्योंकि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को नीचा दिखाते हैं। ऐसे लोग ही असली शैतान होते हैं।

उदाहरण के लिए, कार्यस्थल पर या स्कूल में बदमाशी। ये सब दूसरों को नीचा दिखाने के काम हैं। लोग खुद को ऊँचा दिखाने या अपने फायदे के लिए दूसरों को चोट पहुँचाते हैं। यही शैतान का काम है।

शायद आप खुद भी शैतान हों। क्या आपने कभी अपने फायदे के लिए किसी का इस्तेमाल किया है या किसी को चोट पहुँचाई है? क्या आपने कभी किसी को नीचा देखा है या उसका मजाक उड़ाया है? अगर हाँ, तो आप भी उस शैतान का हिस्सा हो सकते हैं।

लेकिन चिंता मत करो। जैसा मैंने पहले कहा, इंसान शांति और सुकून से जी सकते हैं। अगर हम अपने स्वार्थ को छोड़ दें और दूसरों की भलाई के लिए जीएं, तो हम शैतान से मुक्त हो सकते हैं। दूसरों की भलाई के लिए जीना मतलब सिर्फ अपने फायदे के बारे में नहीं सोचना, बल्कि दूसरों की खुशी के बारे में भी सोचना।

उदाहरण के लिए, किसी जरूरतमंद की मदद करना। छोटी-छोटी चीजें भी मायने रखती हैं। किसी खोए हुए व्यक्ति को रास्ता दिखाना, भारी सामान उठाने में मदद करना, दोस्त की समस्याओं को सुनना। ये सब दूसरों की भलाई के लिए किए गए काम हैं।

हम भले ही फरिश्ते न बन सकें, लेकिन अच्छे इंसान बन सकते हैं। हम परफेक्ट नहीं हो सकते, लेकिन दूसरों की परवाह करने वाला दिल रख सकते हैं। अगर हम में से हर कोई थोड़ा-थोड़ा दूसरों की भलाई के बारे में सोचे, तो समाज और भी शांतिपूर्ण और सुकून भरा हो जाएगा।

यह कहानी हमें एक महत्वपूर्ण सबक सिखाती है। हमें अब रुककर अपने कामों पर विचार करना चाहिए। स्वार्थ को छोड़कर दूसरों के लिए जीना हमारे भविष्य को उज्जवल बनाएगा। हमारे छोटे-छोटे कदम बड़े बदलाव ला सकते हैं।

आओ अब उठ खड़े हों, धरती की रक्षा करें और अगली पीढ़ी के लिए एक सुंदर भविष्य छोड़ें। मानवता जिंदाबाद!

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