आप सोच रहे होंगे कि इतनी गंदी हालत में होने के बावजूद यह बच्चा इतना आशावान क्यों है। इसका कारण यह है कि वह अपनी संभावनाओं पर विश्वास करता है। आशा केवल इच्छा या प्रार्थना करने की बात नहीं है, बल्कि अपने और दूसरों की संभावनाओं पर विश्वास करने की बात है।
वह मानता है कि उसका भविष्य, मानवता का भविष्य और पृथ्वी का भविष्य उसकी इच्छाओं के अनुसार पूरा हो सकता है। लेकिन वह यह भी समझता है कि केवल बैठकर इंतजार करने से कुछ नहीं बदलेगा। इसलिए वह कड़ी मेहनत करता है। वह मानता है कि अपने प्रयासों से वह अपने विश्वास वाले भविष्य को साकार कर सकता है।
वह समझता है कि आशा रखना अपने और मानवता पर विश्वास करना है। आशा केवल एक सपना या इच्छा नहीं है, बल्कि इसमें ठोस कार्य शामिल होते हैं। हर दिन, वह अपने भविष्य को बनाने के लिए कड़ी मेहनत करता है। इसलिए उसकी आंखों में आशा चमकती है। उसका विश्वास उसे सहारा देता है और आगे बढ़ने की ताकत देता है।
हमें भी इस बच्चे की तरह अपनी संभावनाओं पर विश्वास करना चाहिए और आशा के साथ कार्य करना चाहिए। चाहे स्थिति कितनी भी कठिन क्यों न हो, अपने पर विश्वास करके और लगातार मेहनत करके हम अपने भविष्य को बना सकते हैं। आशा केवल एक इच्छा नहीं है, बल्कि यह एक विश्वास है जो कार्य के साथ आता है। आइए हम भी इस बच्चे की तरह आशा बनाए रखें और अपने भविष्य को आकार दें। वीवा ह्यूमन!